Friday, 27 April 2012

संसद सदस्य?..आप भी बन सकतें है!...(व्यंग्य)

राज्य-सभा के नजारें....

सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट के मैदान में जितने भी रन बनाएं, जितनी भी पारियां खेली, जितने भी छक्के या चौके लगाएं....सब कुछ देश के लिए किया!...इस देश-सेवा के बदले में उन्हें बहुतसा धन मिला, कारें मिली, मोटर साइकिलें मिली, वाह-वाही मिली, एडज मिली..एडज के ऐवज में फिर कंपनियों की तरफ से धन मिला...लेकिन अब तक वे राज्य-सभा के संसद नहीं थे....तो अब बिना चुनाव लड़े उन्हें संसद सदस्य की कुर्सी ऑफर की गई....जय हो कोंग्रेस....बहुत अच्छा लगा!


...होकी, फुटबॉल, टेनिस, चेस, ओलिम्पिक दौड....सभी जगहों पर देश-सेवक काम में लगे हुए है....बस!..देश के बाहर जिसे लोग पहचानने लग गए....वह देश-सेवा की योग्यता की परीक्षा में पास हो गया और संसद सदस्य की कुर्सी शोभायमान करने के लायक हो गया समझों!

...रेखा जी को भी राज्य-सभा की  संसदगिरी ऑफर हुई!....फिल्मों में कई तरह के रोल कर के इन्होनें  भी देश-सेवा की....विदेशी लोग इन्हें पहचानने लग गए....एक्टिंग इन्होने फोगट में नहीं की...तो क्या हुआ?...ऑफिस में काम करने वाले कर्मचारी क्या  तनख्वाह नहीं लेते?....

.....कुछ लोगों ने सौरव गांगुली, कपिल देव....वगैरें के नाम सुझाएँ है....लिस्ट बहुत लंबी है...यह सभी बिना चुनाव लड़े, मनोनीत हो कर.... संसद सदस्य बनने की योग्यता रखते है... सभी देश-सेवक ही तो है!...राखी सावंत,मल्लिका शेरावत, मलाइका अरोरा खान जैसी आइटम डांस करने वाली सुंदरियाँ.... करीना कपूर, कैटरीना कैफ, विद्या बालान जैसी मंजी हुई नायिकाएं...यह सभी देश से बाहर भी पहचानी जाती है ...तो देश-सेवा ही तो कर रही है!....'खान'...सरनेम वाले नायकों की लंबी लिस्ट है....कुमारों की भरमार है....और एकता कपूर, चेतन भगत जैसे परदे के पीछे रहकर देश-सेवा में ओत-प्रोत रहने वाले भी अनगिनत है!

...तो अब चुनावी बिगुल बजा कर देश के आम आदमी की नींद खराब करने की जरुरत नहीं है!...हमारा देश, देश-सेवकों से भरा पड़ा है.....इनके हाथ में देश का स्टीयरिंग थमा कर आम आदमी चैन की बंसी बजा सकता है!....चुनावों में खर्च होने वाले पैसे बचा कर रोटी खा सकता है!....देश की गाड़ी देश के सेवक अन्दाधुन्द तरीके से चलाते ही रहेंगे!...उन पर भरोसा कर के आम आदमी भी देश-सेवा करने का पुण्य कमा सकता है!

...अगर ब्लॉग लिखते लिखते, आपको भी विदेशी लोग पहचानने लग गए....और कोंग्रेस जैसी देश-सेवी पार्टी की नजर आप पर भी पड़ गई.....तो क्या बात है!....आप भी देश-सेवक की लिस्ट में भर्ती हो गए....आप भी ठाठ से राज्य-सभाके मनोनीत सदस्य बन कर सचिन तेंदुलकर की तरह चमकदार दांतों की मुस्कुराहट वाली फोटो खिंचवा सकतें है!...कोई नहीं पूछेगा कि आप 'पॉलिटिक्स' का...क, ख,ग....भी जानते है या नहीं! 

Tuesday, 28 February 2012

नेहरू खानदान की असलियत जान कर.....

नेहरू खानदान की असलियत जान कर....

माननीय दिव्याजी!

नेहरू खानदान की असलियत आप के ब्लॉग पर पढी!...कोमेंट लिखने के लिए कोई प्रबंध नहीं पाया गया...इसी वजह से आपकी पोस्ट यहाँ दे रही हूँ...अगर आपको कोई एतराज हो तो बताएं...मैं तुरंत इसे डिलीट कर दूंगी!

...यहाँ दी गई जानकारी या खोजबीन श्री दिनेशचन्द्र मिश्राजी की है और वे अपने ब्लॉग पर इसे क्रमश: प्रस्तुत कर रहे है...मतलब कि आपने उनकी पोस्ट अपने ब्लॉग पर दी है....जो कि बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है!

.....खोज बीन में यही पता चला है कि नेहरू खानदान हिन्दू और मुसलमान...दोनों धर्मों का मिलन है !...यहाँ नेहरू के सौतेले भाई शेख अब्दुल्ला का उल्लेख नहीं हुआ है!...जो जवाहरलाल नेहरू के पिता...मोतीलाल नेहरू की दूसरी मुस्लिम पत्नी की कोख से जन्मे बेटे थे!उन्होंने मुस्लिम धर्म स्वीकार किया था! ....यह खोज भी जगजाहिर हो चुकी है!...लेकिन नेहरू परिवार किसी अपराधिक मामले में फंसा हुआ कभी पाया नहीं गया!

....आपने इस पोस्ट में नेहरू परिवार की बहुत सी अन्य गोपनीय बातों पर से भी पर्दा उठाया है....लेकिन क्या इससे नेहरू-गांधी परिवार के बारे में जो जनता की सोच है....उसमें फर्क आ सकता है?

.....हाँ! वर्त्तमान राजनीति में यह परिवार,सत्ता की मजबूत बागडोर हाथ में होते हुए भी....जनता के हित के लिए कुछ नहीं कर रहा और आश्वासनों के सिवाय कुछ नहीं दे रहा ....यही सत्य हकीकत है!...इसी मुद्दे को ले कर जनता इस परिवार से मुंह मोड़ ले ....यही हो सकता है!

आपके पोस्ट की लिंक मैं यहाँ दे रही हूँ....http://zealzen.blogspot.in/2012/02/blog-post_29.html

....अति महत्वपूर्ण जानकारी...आभार!
-अरुणा कपूर.

Monday, 20 February 2012

सन-ग्लासेस पहनिएँ...स्टाइलिश नजर आइएं,व्यक्तित्व निखारिएँ...

सन-ग्लासेस् पहनिएँ...स्टाइलिश नजर आइएं, व्यक्तित्व निखारिएँ....

सन-ग्लासेस से मै बचपन से ही आकर्षित हूँ....बचपन में दादा-दादी के साथ मै गुजरात के जादर के मेले में घुमने जाया करती थी तब...बैलून या गुड्डा-गुडिया बेचने वालों के पास बाद में जाती थी; सब से पहले तो रंग-बिरंगी चश्में ले कर बैठे हुए दुकानदार के पास ही भाग कर पहुँच जाती थी...वहांसे तीन-चार सुन्दर से रंग-बिरंगी चश्में खरीदने के बाद ही दूसरी चीजों पर मेरी नजर ठहरती थी!... खैर! बचपन बीत गया और उम्र के पचपन का पड़ाव भी मैंने पार कर लिया...लेकिन सन-ग्लासेस अब भी मुझे आकर्षित करते है!...जब मै सन-ग्लासेस पहन कर किसी पार्टी में जाती हूँ या बाजार में शोपिंग करने जाती हूँ...तब मेरी स्टाइल और व्यक्तित्व में निखार इन्ही की वजह से आता है!....क्यों कि मै अपने आप में एक अलग तरह का कॉन्फिडेन्स महसूस करती हूँ!....प्रोफाइल में मेरी फोटो देख सकते है!...
....जब मेरी नजर Ray-Ban RB 2140 पर पडी ( ऊपर फोटो देखिएँ)...
....तो लगा कि यह सन-ग्लासेस मेरे लिए अनुकूल है!...इससे मेरे स्टाइल में ज्यादा बढोतरी हो सकती है!...जाहिर है कॉन्फिडेन्स में भी और ज्यादा बढोतरी हो सकती है!....तो यह मेरी पसंद पर खरे उतरने वाले सन-ग्लासेस है!


Wow!…..मुझे यह सन-ग्लासेस भी पसंद आए है....यह ब्राउन शेड लिए हुए है...और इनका फ्रेम भी मेरे चेहरे के अनुकूल है!...यह शायद लाइट वेटेड है!....इन्हें पहन कर बहुत बढ़िया और स्टाइलिश लुक मुझे मिल सकता है! व्यक्तित्व में और निखार आ सकता है और कॉन्फिडेन्स में और ज्यादा बढोतरी हो सकती है!.... इनकी पहचान भी मै यहाँ दे रही हूँ.....
यह है ......Ray-Ban RB 8301.....
वाह क्या बात है!.....मेरी पसंद के तो यह दो स्टाइलिश सन-ग्लासेस है!....वैसे मै तो सभी से कहूंगी के अपनी अपनी पसंद के सन-ग्लासेस को जल्दी जल्दी अपने कब्जे में कीजिए....देर किस बात की? ....Go for 'My Sunglasses, My Style'


This entry is a part of the contest at BlogAdda.com brought to you by GKB Optical Sunglasses

Friday, 10 February 2012

मेरी पुस्तक ऑनलाइन उपलब्ध है...फ्लिपकार्ट वेबसाइट पर!

मेरी पुस्तक ऑनलाइन उपलब्ध है... फ्लिपकार्ट वेबसाइट पर!

....अभी अभी मुझे हिन्दयुग्म के संपादक श्री। शैलेश भारतवासी की तरफ से यह शुभ-सन्देश प्राप्त हुआ है!
...धन्यवाद शैलेश जी!

...मै उन सभी का यहाँ फिर से धन्यवाद करना चाहूंगी जिन्होंने मेरे उपन्यास ' उनकी नजर है...हम पर !' की समीक्षा,प्रशंसा एवं आलोचना भी की है!...इस उपन्यास को मंगवाने के मेरे ई- मेल पर कई मैसेज भी आए और मैंने उन्हें श्री.शैलेश जी से संपर्क करने के लिए कहा था!

शैलेश जी लिखते है....

आदरणीया अरुणा जी,
यह बताते हुए हमें अत्यंत हर्ष हो रहा है कि आपकी पुस्तक, किताबों को ऑनलाइन बेचने वाली कंपनी प्लिपकार्ट की वेबसाइट पर विक्रय के लिए उपलब्ध करा दी गयी हैं। यह वेबसाइट किताबों को क्रेता तक 3-4 दिनों में पहुँचा भी देती है।
आपकी पुस्तक का flipkart लिंक-
उनकी नजर है हम पर-
http://www.flipkart.com/books/8191038528?_l=b3JUm9Vsc9d2jQzOHTXUhw--&_r=q0z9FKSAm15_zCGhZRG0TA--&ref=a39c3bbc-1256-437a-90c2-c366175e7b24

प्लिपकार्ट पर आपके नाम का पेज-
http://www.flipkart.com/author/aruna-kapoor
हिंद-युग्म की सभी किताबों का संक्षिप्त विवरण- http://www.flipkart.com/search-books/hind+yugm
आप इन लिंकों को अपने प्रसंशकों को भेजकर उन्हें यह सूचित कर सकते हैं कि यदि वे इस पुस्तक को भारत में कहीं भी मँगाना चाहें तो मँगा सकते हैं। अब उन्हें इसके लिए किसी पुस्तक बेचने वाली दुकान तक जाने की जरूरत नहीं है।
आप अपने फ्लिपकार्ट पेज को फेसबुक पर भी शेयर कर सकती हैं। इन लिंकों को अपने ब्लॉग पर लगा सकती हैं।
धन्यवाद।
निवेदक-शैलेश भारतवासी