Monday 11 February 2008

TOM AND JERRY SHOW Part-15

जायका के घर में॥
'TOM AND JERRY SHOW'..Part-15

" जायका, तुम तो कह रही थी कि यहाँ JERRY जैसा उस्ताद चूहा अपनी चुहिया के साथ रंग-रेलियां मना रहा है...लेकिन कहाँ है वो?" डब्बू इधर-उधर देखता हुआ पूछ रहा था।

" अब देख डब्बू! अभी वह यहाँ नहीं है तो क्या हुआ? ...नामिका के टॉम बिल्ले को देख तो कैसे पिंजड़े में बंद कर के चला गया! अगर तेरी समझदानी थोड़ी और बड़ी होती तो इस बात को तू आसानी से समझ गया होता!" हमने भी गुस्से में आ कर बोल दिया।

" अब तो मै यहां हरगिज़ नहीं रहूंगा। समझदानी तो तेरी छोटी है जायका!...जो तुने टॉम को पिंजड़े से बाहर हकाल दिया. ...पर मुझे क्या? मै तो जा रहा हूं!" डब्बू ने अटैची उठाने का नाटक किया.

" डब्बू,माय डार्लिंग! तुम कहीं नहीं जाओगे. मुश्किलसे तो मिले हो...जैसे भी हो! मतलब बहुत ही इंटेलिजंट हो!" हमने कहा और डब्बू ने अटैची नीचे रख दी।

...अब हम सोने की तैयारी करने बेडरुम की तरफ चले...'अरे! यहां हमारे बेड़ पर जेरी सोया हुआ है, ख़र्राटे ले रहा है!'...और हम घबराकर जोर से चिल्लाए,

" डब्बू, डब्बू!...जल्दी अंदर बेड़रुम में आओ!"

मै यहीं ड्रॉइंगरुम मे ठीक हूं!" डब्बू ने वहीं से जवाब भेजा.

" अरे! मै सोने के लिए नहीं बुला रही बेवकूफ!...यहां आ कर देख तो लो, जेरी चूहा यहां मेरे बेड़ पर सोया हुआ है!"

" तो क्या हुआ?...उसे मत जगाओ! जायका, तू भी यहां आ कर ड्रॉइंगरुम में ही सो जा!... अब मुझे नींद आ रही है! गुड नाइट जायका! अब सुबह बात करेंगे!" डब्बू की आवाज आई।

... हमने ड्रॉइंगरुम में जा कर देखा...डब्बू अब सचनुच ही सो चुका था. नामिका ने हमें एक बार बताया था कि डब्बू एक बार सो गया तो कुछ भी करों...कितने भी नगाड़े बजाओ, वह छ्ह घंटों से पहले कभी नहीं उठता! अब ये सुबह ही उठने वाला था...हम बुरे फुंस गए थे। हमें ना तो राम ही मिला और ना तो माया ही मिली!

उधर हमारे बेड पर जेरी चुहा सोया हुआ था और इधर डब्बू हलवाई सोया हुआ था। अब हमें ये तय करना था कि बेडरुम में जा कर जेरी चुहे के साथ सोया जाए या यहीं इस डब्बू के साथ?


...'डब्बू तो अब यहीं रहने आ गया है, ऐसी जल्दी भी क्या है?...चलो बेडरुममें चलकर देखते है कि शायद जेरी के साथ सोया जा सके!' सोचते हुए हम बेडरुम में आ गए और जैसे ही बेड पर चढ्ने लगे...हमने देखा जेरी के साथ उसकी गर्ल-फ्रैंड भी सोई हुई है!

" हे भगवान, अब हम कहां सोएंगे?" हम ऊंची आवाज में बोल गए.

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